अध्याय १२

दूसरे दिन की सुबह, जिस हॉटेल में शान ठहरा था उसी के रेस्टॉरेंट में उसने भारी-भरकम नाश्ता किया. वह हमेशा से ही अमेरिकन नाश्ते का कायल था- फलों का रस या कुछ फल, अंडे जैसे आपको पसंद हों उस रूप में, एकाध मांसाहारी व्यंजन, सीरियल्स, अलग अलग प्रकार की ब्रेड, भूने आलू और कॉफ़ी. सब मिलाकर एक परिपूर्ण आहार! खासकर आज के दिन उसे ऐसे तगड़े नाश्ते की जरूरत थी. केली ने संकेत दिया था कि उनकी मीटिंग देर तक चल सकती है, दोपहर के खाने के नियमित वक्त के परे भी. नाश्ता करके अब वह ‘सुपर सॉफ्ट टेक्नोलॉजीज’ में केली से मिलने के लिए तैयार था.

केली ने भेजी उस ईमेल को उसने एक बार फिर गौर से देखा जिसमे केली ने उसके ऑफिस में पहुँचने का नक्शा दिया था.

केली की सलाह के अनुसार उसने केली के दफ्तर के नजदीकी हॉटेल में रहना तय किया था. ‘सुपर सॉफ्ट टेक्नोलॉजीज’ की १३० इमारतों में केली का दफ्तर चौथी इमारत में था. किसी भी हिसाब से और नज़रिये से ‘सुपर सॉफ्ट टेक्नोलॉजीज’ बहुत ही बड़ी संस्था थी. सौभाग्य से चौथी इमारत उसके हॉटेल से ज्यादा दूर नहीं थी. उसने पैदल चलकर जाना मुनासिब समझा.

उसने आस-पास के परिसर पर नज़र डाली. उसे सुन्दर बगीचे दिखे जिनमे कई किस्म के फूल खिले थे. “इस माहौल में काम करने का एक अलग ही अनुभव होता होगा इस कंपनी के कर्मचारियों का,” शान ने सोचा. इस विचार से उसका ध्यान उस बिज़नेस प्रेजेंटेशन पर गया जो वह केली के सामने देना चाहता था. उसने इस माहौल से गुजरते हुए उसके प्रेजेंटेशन को अपने मन ही मन में एक बार फिर दोहराया.   

केली से मुलाकात का समय १० बजे तय किया गया था. ठीक १० बजे जैसे ही उसने केली के दफ्तर के दरवाजे पर दस्तक देने के लिए हाथ बढ़ाया, उसने दरवाजे को खुलते हुए देखा. केली वहाँ मौजूद थी उसे अपने दफ्तर में ले जाने के लिये.

केली ने सामने वाला शख्स शान ही है यह पक्का करने के लिये पूछा, “शान? हिंदुस्तान से?”

“हाँ.”

“ऐसा लगता है कि आपको समय-पाबन्दी पसंद है.”

“आपको भी?”

केली ने उसका हाथ आगे किया और शान ने उसे अपने हाथ में लिया. हालाँकि उनके हाथ मिलाने की औपचारिकता कुछ क्षणों भर की थी, शान को केली के शारीरिक हाव-भाव में सचाई और प्रमाणिकता महसूस हुई. शान के बारे में केली ने भी ऐसी ही राय बनाई.

और अधिक समय न गवाँते हुए वे व्यावसायिक चर्चा में व्यस्त हो गये.

“आशा है कि आपकी यात्रा आरामदायक रही. आपका हॉटेल ठीक है?” केली ने शिष्टाचार भरे सवाल पूछे.

“मेरी यात्रा एकदम आरामदेह थी. इस हॉटेल को सुझाने के लिये बहुत बहुत शुक्रिया. हॉटेल बेहतर है.”

“तो शुरू करें?”

शान बिज़नेस प्रेजेंटेशन प्रस्तुत करने के लिये तैयार हो गया.

शान ने व्यावसायिक प्रस्तावों पर संक्षिप्त लेकिन आवश्यक मुद्दों वाला प्रेजेंटेशन किया. उसने देखा कि केली उसे ध्यान से सुन रही थी. वह प्रश्न पूछ रही थी और कुछ नोट्स भी बना रही थी. उसका शान के प्रस्तावों के प्रति बढ़ता झुकाव स्पष्ट रूप से नज़र आने लगा था. यह शान के लिये निश्चित रूप से अच्छा संकेत था. वह सॉफ्टवेयर उद्योग जगत की सबसे नामी संस्था से व्यावसायिक सम्बन्ध जोड़ने के लिये बहुत उत्साही और इच्छुक था.

उसने यह भी तय कर लिया कि वह केली के साथ काम करना चाहेगा.

केली के अनुमान के काफी पहले मीटिंग समाप्त हो गई. केली हँस पड़ी और बोली, “आप मेरी उम्मीद से ज्यादा कुशल हैं. अब मेरे वरिष्ठ अधिकारी से मुलाकात के पहले हम क्या करें? उनसे मुलाकात दोपहर दो बजे तय है. उस समय हम आपके साथ हमारे व्यावसायिक सम्बन्ध के विषय पर फैसला लेंगे. तब तक लंच कर लिया जाए?”

“मेरी तरफ से ठीक है. मेरे हॉटेल में?”

“नहीं. हम हमारी इमारत के कैफेटेरिया में लंच ले लेते हैं. कम वक्त में निपट जायेगा. आपके हॉटेल में काफी समय लग जाएगा. उम्मीद करती हूँ कि आपको छोटा सा, सीधा-साधा सा, काम-काजी लंच लेने में कोई इतराज़ नहीं होगा?”

“मेरे लिये बिलकुल ठीक है.”

वे चलकर कैफेटेरिया पहुँचे.

कैफेटेरिया वाला लंच कुछ ख़ास नहीं था पर बुरा भी नहीं. रोजाना का साधारण भोजन. शान और केली की बात-चीत शान के व्यावसायिक प्रस्ताव के इर्द-गिर्द होती रही. केली ने शान की कंपनी का भारत में कैसा संगठन है इस बारे में और जानकारी हासिल की. अब तक दोपहर के दो बज चुके थे और यही केली के वरिष्ठ अधिकारी से मुलाकात का वक्त भी था.

शान को आश्चर्य हुआ कि केली का वरिष्ठ अधिकारी श्रीनिवासन भारतीय मूल का आदमी निकला. बाद में शान को पता चला कि श्रीनिवासन करीबन दस साल पहले अमेरिका आया था. उसे अब तक अमेरिका की नागरिकता मिल चुकी थी. इन दिनों बहुत सारे भारतीय अमेरिका में बस गये थे या काम कर रहे थे. उनमे से ज्यादातर उच्च-शिक्षित थे और महत्वपूर्ण अमेरिकन संस्थाओं में उच्च पदों पर स्थापित थे.

केली ने शान का परिचय श्रीनिवासन से कराया. “श्रीनी, यह शान है.”

श्रीनिवासन ने अपना हाथ शान के हाथ से मिलाने के लिये आगे बढ़ाया. फिर उसने पूछा, “क्या मैं आपको आपके पहले नाम से सम्बोधित कर सकता हूँ? आपको इतराज़ न हो तो? या नाम के आगे या पीछे कुछ जोड़ना जरूरी है?”

शान ने मुस्कराते हुए जवाब दिया, “सिर्फ शान, आगे या पीछे कुछ नहीं.”

फिर वे तीनों काम सम्बन्धी बातों में व्यस्त हो गये.

जब उनकी मीटिंग ख़त्म होने के दौर पर थी, श्रीनिवासन ने केली से पूछा, “क्या हमने सारे मुद्दों पर सारी जानकारी हासिल कर ली है? कुछ छूट तो नहीं गया?”

“हाँ, एक महत्वपूर्ण बात रह गई. शान को यहा सैन होज़े में एक छोटा दफ्तर खोलना पड़ेगा. इस प्रोजेक्ट में आपस में निरंतर संपर्क की आवश्यकता रहेगी. इसलिये शान को उसके कुछ सहयोगियों के साथ यहाँ रहना महत्वपूर्ण है,” केली ने स्पष्टीकरण दिया.

“शान, क्या आपने इसके लिये आपके प्रस्ताव में वित्तीय प्रावधान किया है?”

शान ने उत्तर दिया, “यह प्रत्याशित था और इसके लिये मैं तैयार हूँ. मैं वीसा और उससे सम्बंधित दस्तावेज़ हासिल करने के लिये आपकी सहायता चाहुंगा.”

“वह हमारा आपसे वादा रहा,” श्रीनिवासन ने शान की विनती को स्वीकार करते हुए कहा.

“शान अगले दो सप्ताहों में इस प्रोजेक्ट का शुभारम्भ करेंगे. इस दौरान हम शान की कंपनी ‘सॉफ्ट एक्ट’ के साथ औपचारिक बिज़नेस कॉन्ट्रैक्ट पर दस्तखत करेंगे,” केली ने इस बात पर जोर देते हुए कहा.

इसके साथ ही मीटिंग समाप्त हुई.

शान सैन होज़े में उसकी कंपनी ‘सॉफ्ट एक्ट’ के दफ्तर खोलने की व्यवस्था में व्यस्त हो गया. बाकी समय में वह जरूरी कागजात बनाने और इकट्ठे करने में लगा हुआ था. बीच बीच में वह केली से संपर्क साधे था. वह उसकी सलाह लेता था और काम की प्रगति के बारे में उसे सूचित करता था. खुद के लिये उसने एक छोटा अपार्टमेंट किराये पर ले लिया. उसने एक पुरानी कार भी खरीद ली.

कुछ सप्ताह बीत गये. एक शाम जब वह किसी भी खास काम में व्यस्त नहीं था उसे केली का फ़ोन आया. “हाय शान. आज शाम तुम खाली हो?”

अब इतने दिनों की पहचान और संपर्क के बाद दोनों के बीच की औपचारिकता ख़त्म हो गई थी. वे एक दूसरे को अनौपचारिक रूप से सम्बोधित करने लग गये थे.

शान ने फ़ोन पर केली से कहा, “हाँ, खाली सा ही हूँ. कुछ खास काम नहीं कर रहा. क्यों?”

“तुम्हे थोड़े आराम की जरूरत है. तुमने पिछले काफी दिनों बहुत काम किया है. तुम्हे इस कारण हुई बोरियत से बाहर आना चाहिये. इसके लिये तुम्हे दूसरे लोगों से भी मेल-जोल बढ़ाना आवश्यक होगा. मैं इस शाम तुम्हारा कुछ दिलचस्प लोगों से परिचय कराउंगी. कैसा रहेगा?”

“एकदम ठीक रहेगा. तुम्हारी इस सोच के लिये, केली, तुहारा बहुत बहुत धन्यवाद. मेरे व्यावसायिक जीवन के बाहर तुमसे मिलने के लिये मैं ऐसे ही मौके की राह देख रहा था. अब इस अवसर को हाथ से जाने नहीं दूंगा.”

“छह बजे तैयार रहो. मैं तुम्हे लेने आउंगी.”

केली ने शान से उसके अपार्टमेंट का पता ले लिया.


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